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सभी को चौंकाते हुए ब्रिटेन की प्रथम महिला अक्षता मूर्ति ने राजनीतिक मंच पर अपनी शुरुआत कर दी है। वह मैनचेस्टर में कंजर्वेटिव पार्टी के एक सम्मेलन में दिखाई दीं। दरअसल पार्टी सम्मेलन में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के रूप में ऋषि सुनक का यह पहला भाषण था। उनके भाषण से पहले अक्षता मूर्ति मंच पर गईं और ऋषि सुनक का परिचय दिया। इस दौरान उन्होंने सुनक को अपना ‘बेस्ट फ्रेंड’ बताया। उन्होंने कहा कि शादी को 14 साल हो गए हैं लेकिन ने आज भी ऋषि सुनक के प्रति आकर्षित हैं।
अक्षता ने बताया कि वे ‘बिना निमंत्रण’ के आईं और इस बारे में उनके पति को भी पता नहीं है। उन्होंने कहा, “ऋषि सुनक मेरे यहां आने से अनजान थे।” इस दौरान अक्षता ने बताया कि उन्हें अपने पति की उपलब्धियों पर गर्व है और वे एक “ईमानदारी व सत्यनिष्ठा” वाले व्यक्ति हैं। 43 वर्षीय अक्षता मूर्ती भारतीय टेक इंडस्ट्री के दिग्गज व इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी हैं। अक्षता ने बताया कि जब वे स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रही थीं उसी दौरान बतौर स्टूडेंट उनकी मुलाकात ऋषि सुनक से हुई थी। उन्होंने कहा कि वे पहली मुलाकात में ही सुनक के प्रति आकर्षित हो गईं थीं।
पार्टी सम्मेलन के दौरान अक्षता मूर्ति ने कहा, “ऋषि और मैं एक दूसरे के सबसे अच्छे दोस्त हैं। हम एक टीम हैं। मैं आज उन्हें और पार्टी को अपना समर्थन दिखाने के लिए यहां आई हूं। इस मौके पर मैं कहीं दूसरी जगह होने के बारे में सोच भी नहीं सकती।” अक्षता ने आगे कहा, “ऋषि और मेरी मुलाकात तब हुई जब हम 24 साल के थे। हम दोनों विदेश में अमेरिका में पढ़ाई कर रहे थे। शुरू से ही, मैं उनके बारे में दो बातों से प्रभावित हुई थी… अपने घर, यूनाइटेड किंगडम के प्रति उनका गहरा प्यार, और यह सुनिश्चित करने की उनकी ईमानदार इच्छा कि अधिक से अधिक लोगों को अवसर मिले। वह काफी भाग्यशाली थे। इसने उन्हें पूरी तरह से ऊर्जावान बना दिया। ऋषि के साथ रहना मेरी जिंदगी का सबसे आसान फैसला था।”
अक्षता ने कहा कि “आकांक्षा” वह शब्द है जो उनके पति की शख्सियत तो बयां करता है। उन्होंने आगे कहा, “कभी-कभी जब हालात कठिन हो जाते हैं, मैं ऋषि को याद दिलाती हूं कि वह अपने मूल्यों के लिए लड़ रहे हैं। वह इस पार्टी के मूल्यों के लिए लड़ रहे हैं, यह जानते हुए भी कि आगे का रास्ता कठिन है और वह सफलता भी कठिन है।”
अक्षता ने कहा, “उनमें जीवन के प्रति अद्भुत उत्साह है। जिस चीज ने मुझे उनकी ओर सबसे ज्यादा आकर्षित किया, वह थी उनके चरित्र की ताकत, उनकी ईमानदारी, उनकी सत्यनिष्ठा और सही-गलत की दृढ़ समझ।” उन्होंने कहा, ”शादी के 14 साल बाद भी, मैं आज भी इसकी ओर आकर्षित हूं। ऋषि, आप यह जानते हैं, आप जानते हैं कि भले ही वह कठिन हो लेकिन लंबे समय तक सही काम करना ही सबसे सही है। मुझे आशा है कि आप यह भी जानते होंगे कि आप हर दिन हमारी लड़कियों और मुझे कितना गौरवान्वित महसूस कराते हैं।”
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