Former officer exposed Pakistan Have not import-export imposed restrictions how PKR became best performing currency – International news in Hindi

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पड़ोसी देश पाकिस्तान की मीडिया में इन दिनों पाकिस्तानी करंसी के डॉलर के मुकाबले मजबूत होने की खबरें बड़ी जोर-शोर से उठ रही हैं। सोमवार को भी एक डॉलर की कीमत 286.76 रुपये रही, जबकि एक दिन पहले वह 287.74 रुपये थी। पर्याप्त तरलता और कम मांग की वजह से यह सुधार हुआ है। स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के मुताबिक, लगातार 18वें सत्र में तेजी से रुपये ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है। सितंबर के दौरान अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपये का मूल्य 20 रुपये या 6.5 प्रतिशत चढ़ा है।

अफगानिस्तान की करंसी के बेस्ट परफॉर्मिंग करंसी होने की खबरें आने के बाद पाकिस्तान में भी पाकिस्तानी रुपये (PKR) को लेकर दावे किए जाने लगे लेकिन पाकिस्तानी मूल के ही लंदन बेस्ड स्कॉलर, पूर्व अधिकारी और मानवाधिकार कार्यकर्ता आरिफ अजाकिया ने पाक मीडिया की पोल खोल कर रख दी है। आरिफ ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि जब पाकिस्तान में किसी भी सामान खासकर उद्योगों में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल के आयात पर बैन है और कुछ भी सामान निर्यात भी नहीं हो रहा तब डॉलर कहां से आया और कहां खर्च हुआ? 

उन्होंने बताया कि पाक सरकार ने नकदी संकट को देखते हुए और डॉलर के प्रवाह को रोकने के लिए पिछले कई महीनों से देश में कच्चे माल के आयात पर बैन लगा रखा है। इससे व्यापार घाटा 42 फीसदी तक बढ़ गया है। इसके अलावा मनी एक्सचेंजर के ठिकानों पर बड़ी संख्या में छापेमारी कर वहां से विदेशी करंसी जब्त की  जा रही है। बकौल अजाकिया, पाकिस्तान में लग्जरी गाड़ियों के शो रूम में भी छापा मारा जा रहा है। सिर्फ कराची में ही एक दिन की छापेमारी में अधिकारियों ने 13000 डॉलर की जब्ती की है। 

अजाकिया ने कहा कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने विकास से समझौता कर और अपने लोगों पर जुल्म ढाकर और नकली तरीके से PKR को बेस्ट परफॉर्मिंग करंसी बनाने की कवायद शुरू की है लेकिन यह कब तक चलेगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका के दबाव में पाकिस्तान ने यूक्रेन को 900 मिलियन डॉलर के हथियार बेचे हैं। हालांकि, इसके लिए इमरान खान तैयार नहीं थे। बावजूद ऐसा किया गया और इसी के बदले IMF से पाकिस्तान को 3 अरब डॉलर का लोन मिला था।

अजाकिया ने कहा कि पाकिस्तान बच्चा जम्हूरा (बंदर) है, जिसे अमेरिका, चीन जैसे देश नचाते हैं। उन्होंने कहा कि तीन बार में 46 रुपये पेट्रोल के दाम बढ़ाने के बाद केयरटेकर प्रधानमंत्री ने 8 रुपये प्रति लीटर दाम घटा दिए हैं। अजाकिया ने कहा कि इन तरह के उपायों से पाकिस्तानी करंसी जो पहले  336 रुपये प्रति डॉलर तक पहुंच गई थी, उसमें अब करीब 50 रुपये का सुधार हुआ है और अब PKR डॉलर के मुकाबले 288 रुपये पर आ गया है। अजाकिया के मुताबिक, जल्द ही पाकिस्तानी करंसी एक डॉलर के मुकाबले 400 के आंकड़े को पार कर जाएगी।

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